???? “न कानून रुकेगा, न डंडा रुकेगा – डॉ. तोगड़िया ने पटियाला में बजाया हिंदू एकता का बिगुल”
???? “बाबर का नाम मिटा, अब बचे हुए खतरे को खत्म करना है – तोगड़िया की तीसरी अवधारणा है जनसंख्या नियंत्रण कानून”
???? “अब हर हिन्दू योद्धा बनेगा – पटियाला में तोगड़िया का खुला ऐलान”
पटियाला, 17 अप्रैल – न्यूज़लाईन एक्सप्रेस – अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक एवं हिंदू हृदय सम्राट डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया ने आज पटियाला से अपना पंजाब दौरा शुरू किया। दिल्ली प्लाजा होटल में आयोजित सम्मेलन के दौरान प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विजय कपूर समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। बैठक की शुरुआत “श्री हनुमान चालीसा” के पाठ से हुई, जिससे माहौल भक्तिमय और ऊर्जावान हो गया।
डॉ. तोगड़िया ने बैठक के दौरान तीन ऐतिहासिक अवधारणाओं का उल्लेख किया:
पहली अवधारणा– अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण, जिसके लिए उन्होंने कहा, “हमने 40 साल पहले एक प्रतिज्ञा ली थी, बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया और 32 साल के संघर्ष के बाद, बाबर की छाती पर रामलला का भव्य मंदिर बनाया।”

दूसरा विचार – प्रयागराज महाकुंभ में सेवा कार्य, जहां परिषद ने 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के लिए लंगर और उनके रहने के लिए आवास की व्यवस्था की।
तीसरी और वर्तमान अवधारणा – हिंदू आबादी की सुरक्षा और एकता का मिशन। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘आज देश में हिंदुओं की संख्या 100 करोड़ है, लेकिन 70 साल बाद केवल 50 करोड़ ही रह जायेंगे।’’ उन्होंने समाधान के रूप में तीन निर्णायक उपाय सूचीबद्ध किये:
1. जनसंख्या नियंत्रण कानून
2. बांग्लादेशी घुसपैठियों की वापसी
3. हर गांव, हर मोहल्ले में हनुमान चालीसा का पाठ
डॉ. तोगड़िया ने नारा दिया:
“तीन बच्चे – हिन्दू सच्चे!”
और कार्यकर्ताओं को हर सप्ताह कम से कम दो दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है – अब हम इसे कानून से रोकेंगे, और डंडे से भी रोकेंगे। हिंदू कम नहीं होंगे, वे लड़ेंगे!”

बैठक में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विजय कपूर ने डॉ. तोगड़िया का स्वागत करते हुए कहा, “डॉ. तोगड़िया जैसे योद्धाओं की बदौलत ही आज राम मंदिर का निर्माण हुआ है। हमारे बुजुर्गों ने मंदिरों को नष्ट होते देखा था, अब हम मंदिरों का पुनर्निर्माण होते देख रहे हैं।” उन्होंने परिषद और तोगड़िया को प्रयागराज महाकुंभ में उनकी सेवा के लिए बधाई दी, कपूर ने बोला के श्री राम मंदिर के बाद अब मथुरा और काशी का निर्माण हिंदुत्व के बल पर करवाएंगे।
बैठक में उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:
राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष मनोज सिंह, ओजस्विनी की रजनी ठुकराल, संगठन मंत्री, रामानंद, आशीष कपूर, महंत रवि कांत, लखविंदर सरीन, विपन शर्मा, सुधीर कक्कड़, बिट्टू जलोटा, मुकेश चोपड़ा, रूबी सियाल, तरणपाल कोहली, दीपक गोलू, मंदीप सिद्धूवाल, बलजीत सिंह झिल, राजेश गुप्ता मीना, वकील रमेश कुमार, एडवोकेट दविंदर राजपूत, बलजीत सिंह धीमान, डॉ. अमरीक सिंह गिल, संजीव राणा, वकील देवी दास शर्मा, कुलदीप सिंह मरार, हेमंत शर्मा, जगजीत सग्गू, विनय गुप्ता, आनंद प्रकाश गुप्ता, जसदीप जस्सी, सतबीर सत्ता सहित सैकड़ों परिषद कार्यकर्ता उपस्थित थे।
यह बैठक महज एक आयोजन नहीं थी, बल्कि हिंदू समाज के पुनर्जागरण और संघर्ष का नया नारा बनकर उभरी।
