*???? समान नागरिक संहिता के पक्ष में लोगों को जागरूक करेंगे : विजय कपूर
*???? यूसीसी के क्रियान्वयन पर डाॅ. प्रवीण भाई तोगड़िया का वर्षों का संघर्ष रंग लाएगा
पटियाला, 30 जून – सुरजीत ग्रोवर, रविंदर बाली, रजनीश सक्सेना / न्यूज़लाइन एक्सप्रेस – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की वकालत की है और इसे पूरे देश में लागू करने का संकेत दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार 2024 के चुनावों से पहले समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर एक विधेयक पेश कर सकती है क्योंकि प्रधान मंत्री ने स्पष्ट किया है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले, भाजपा अपने मूल और वैचारिक मुद्दों पर काम करेगी।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष विजय कपूर ने प्रधानमंत्री के इस बयान का खुलकर स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि वह और उनका संगठन समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक डा. प्रवीण भाई तोगड़िया कई दशकों से समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग कर रहे हैं और अगर देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होती है तो डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया और अन्य हिंदू नेताओं की वर्षों की मेहनत रंग लाएगी।
समान नागरिक संहिता लागू करने की आवश्यकता पर बल देते हुए विजय कपूर ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने एक समान कानून की कल्पना की थी, जो देश में मौजूद प्रत्येक धर्म के अलग-अलग व्यक्तिगत कानूनों की जगह लेगा, जो अब राज्य की नीति के निर्देशित सिद्धांतों में दिखाया गया है।
उन्होंने बताया कि 1985 में शाहबानो मामले के बाद से, सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में आशा व्यक्त की है कि संसद में राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और सीआरपीसी या अन्य कानूनों के साथ व्यक्तिगत कानूनों के टकराव को दूर करने के लिए एक समान नागरिक संहिता कानून लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता लागू होने से यह सभी धर्मों के लिए कानून बन जाएगा। विवाह, तलाक, गोद लेने और संपत्ति के बंटवारे आदि मामलों में सभी धर्मों पर एक ही कानून लागू होगा। संविधान राज्य को अपने नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता बनाने का आदेश देता है। देश की एकता के लिए विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोगों के लिए अलग-अलग संपत्ति और विवाह कानूनों का पालन करना अच्छा नहीं है।
विजय कपूर ने कहा कि कुछ नेता और पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटीयां सेंकने के लिए समान नागरिक संहिता का विरोध कर रहे हैं, जिनका मकसद वोट बैंक बटोरना है, लेकिन उन्होंने देश की प्रगति और समृद्धि में कोई योगदान नहीं दिया है।
विजय कपूर ने कहा कि यह कोड दुनिया को राष्ट्रीय एकता में आगे बढ़ने में मदद करेगा। इससे कानून के प्रावधानों को ओवरलैप होने से रोका जा सकेगा और निजी कानून के कारण मुकदमेबाजी में भी कमी आएगी। इसके साथ ही देश में एकता और राष्ट्रीय भावना जागृत होगी और देश किसी भी विषम परिस्थिति का सामना करने और सांप्रदायिक एवं अलगाववादी ताकतों को परास्त करने की नई ताकत के साथ उभरेगा।
न्यूजलाइन एक्सप्रेस से बात करते हुए विजय कपूर ने कहा कि इजराइल, जापान, फ्रांस और रूस देश अपनी एकता की भावना के कारण ही आज मजबूत हैं। इन देशों में समान नागरिक संहिता या समान कानून है। यूरोपीय देशों और अमेरिका में एक धर्मनिरपेक्ष कानून है जो धर्म की परवाह किए बिना सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होता है।
विजय कपूर ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत में विवाह, तलाक, उत्तराधिकार, विरासत और भरण-पोषण से संबंधित एक समान कानून बनाया जाए। ऐसे देश के लिए समान नागरिक संहिता आवश्यक है जहां देश की अपमानजनक समस्याओं को हल करने में धर्मनिरपेक्षता को प्रमुखता दी जाती है। उन्होंने कहा कि वह देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर लोगों को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के बारे में जागरूक करेंगे।
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