चंडीगढ़, 20 जुलाई : न्यूज़लाइन एक्सप्रेस – पंजाब में टीकाकरण की अकेली दूसरी ख़ुराक के लिए 2 लाख से अधिक ख़ुराकों की मौजूदा माँग का हवाला देते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्य की योग्य जनसंख्या के टीकाकरण के लिए मंगलवार को केंद्र सरकार के समक्ष तुरंत 40 लाख ख़ुराकों की माँग रखी है।
कोविड की समीक्षा के लिए बुलायी वर्चुअल मीटिंग में बताया गया कि राज्य को आज 2.46 लाख ख़ुराकें मिलने की संभावना है परन्तु मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकों की सप्लाई कम है। कोवीशील्ड ख़त्म हो गई है और कोवैक्सीन की सोमवार को सिर्फ़ 3500 ख़ुराकें बचीं थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में पहले ही 90 लाख से अधिक योग्य व्यक्तियों (योग्य जनसंख्या का करीब 37 प्रतिशत) ने टीका लगा लिया है और सारा स्टाक बिना कोई समय व्यर्थ गवाएं इस्तेमाल किया गया। पहली ख़ुराक 75 लाख लोगों द्वारा लगाई गई है जबकि दूसरी ख़ुराक 15 लाख लोगों ने लगाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सप्लाई की कमी पूरी करने के लिए केंद्र को राज्य के लिए टीकों की तुरंत डलिवरी का प्रबंध करने की ज़रूरत है जिससे जिनको दूसरी ख़ुराक की ज़रूरत है, उनके टीके लगाए जाएँ जब कि अन्य योग्य व्यक्तियों के लिए भी टीकाकरण जारी रखा जा सके।
स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने इस बात की तरफ इशारा करते हुये कि प्राईवेट अस्पतालों को दी ख़ुराकों की सप्लाई ख़राब हो रही है क्योंकि लोग सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त टीकाकरण को पहल दे रहे हैं, मीटिंग में जानकारी दी कि राज्य ने प्राईवेट अस्पतालों से स्टाक तबदील करने की माँग की थी परन्तु अभी तक केंद्र की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।
कोविड की समीक्षा के लिए बुलायी वर्चुअल मीटिंग में बताया गया कि राज्य को आज 2.46 लाख ख़ुराकें मिलने की संभावना है परन्तु मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकों की सप्लाई कम है। कोवीशील्ड ख़त्म हो गई है और कोवैक्सीन की सोमवार को सिर्फ़ 3500 ख़ुराकें बचीं थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में पहले ही 90 लाख से अधिक योग्य व्यक्तियों (योग्य जनसंख्या का करीब 37 प्रतिशत) ने टीका लगा लिया है और सारा स्टाक बिना कोई समय व्यर्थ गवाएं इस्तेमाल किया गया। पहली ख़ुराक 75 लाख लोगों द्वारा लगाई गई है जबकि दूसरी ख़ुराक 15 लाख लोगों ने लगाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सप्लाई की कमी पूरी करने के लिए केंद्र को राज्य के लिए टीकों की तुरंत डलिवरी का प्रबंध करने की ज़रूरत है जिससे जिनको दूसरी ख़ुराक की ज़रूरत है, उनके टीके लगाए जाएँ जब कि अन्य योग्य व्यक्तियों के लिए भी टीकाकरण जारी रखा जा सके।
स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने इस बात की तरफ इशारा करते हुये कि प्राईवेट अस्पतालों को दी ख़ुराकों की सप्लाई ख़राब हो रही है क्योंकि लोग सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त टीकाकरण को पहल दे रहे हैं, मीटिंग में जानकारी दी कि राज्य ने प्राईवेट अस्पतालों से स्टाक तबदील करने की माँग की थी परन्तु अभी तक केंद्र की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।